बहुत ही संवेदनशील स्थिति में हो आप, समझ रहा हूँ। वरिकोसील जैसे मामले में विशेष रूप से घाटा है क्योंकि यह शुक्राणु की संख्या और सेक्सुएलिटी पे असर कर सकता है। वैद्यकीय सहायता भी जरूरी है मगर कुछ आयुर्वेदिक उपाय जो आप आज़मा सकते हैं।
पहले चीज, अपान वायु का बैलेंस। आपने गैस, मल और वीर्य वैग रोकने की बात की है, इससे वात और पित्त दोष बढ़ सकता है। गर्म पानी में आधे चम्मच त्रिफला मिलाकर रात को सोने से पहले लें, अगली सुबह थोड़ी राहत मिल सकती है।
दूसरी बात, शीतल आहार अपनाएं जो पित्त को शांत करे। छाछ, दही और मौसमी फल जैसे तरबूज और खीरे का सेवन बढ़ाएं। सोच समझकर और समय पर खाना खाएं ताकि अन्न की उचित पाचन हो सके।
अब कुछ लाइफस्टाइल चेंज, ज्यादा भारी या तंग कपड़े मत पहनो, ये आपकी परेशानी बढ़ा सकता है। थोड़ी हल्की एक्सरसाइज और योगा भी बेहतरीन है। योगासन जैसे पद्मासन और विपरीत करनी आसन रक्त संचार को ठीक कर सकते हैं।
अश्वगंधा और शिलाजीत आप ले सकते हो, ये कामेच्छा में सुधार कर सकते हैं और शुक्राणुओं के स्वास्थ्य के लिए भी फ़ायदेमंद होते हैं। इसका सही समय और मात्रा जानने के लिए आप किसी एक्सपर्ट से संपर्क करें।
अंतिम बात, स्ट्रेस और एनजाइटी से खुद को दूर रखें।
और अगर दर्द बढ़ता है या कोई और समस्या होती है, तुरंत डॉक्टरी सलाह लें। शादी का समय करीब हो, तो सामंजस्य बनाना और भी जरूरी हो जाता है। हेर्ट टू हर्ट बात करें अपने पार्टनर से, शायद इससे मानसिक रूप से भी राहत मिले।



