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आपके द्वारा बताए गए लक्षणों — Raynaud’s Phenomenon, Hiatus Hernia, Acidity, Gas और Abdominal Bloating — यह दर्शाते हैं कि शरीर में Vata–Pitta दोषों का असंतुलन हुआ है।
✅आयुर्वेदिक दृष्टिकोण
👉 Hiatus Hernia और पेट फूलना (Amlapitta, Adhmana, Udavarta)
अधिक तनाव, अनियमित भोजन, देर रात तक जागना, अधिक मसालेदार या तला-भुना भोजन, और दवाओं का दीर्घकालीन सेवन — ये सब Agni (Digestive Fire) को मंद कर देते हैं।
इससे Aam (toxins) बनता है जो Udara Vata को बढ़ाकर पेट में गैस, डकार और एसिडिटी पैदा करता है।
👉 Raynaud’s Phenomenon
यह Vata–Kapha विकार से संबंधित है, जिसमें रक्त संचार (Rakta Srotas) में संकुचन (Vata Avarodha) होता है।
ठंड या तनाव से रक्त प्रवाह रुकता है जिससे हाथ-पैर ठंडे हो जाते हैं और रंग बदलता है।
इसलिए उपचार का उद्देश्य है —
✅ Agni Deepan (पाचन शक्ति बढ़ाना)
✅ Aam Pachana (टॉक्सिन्स का नाश)
✅ Pitta और Vata का संतुलन
✅ Rakta Sanchaar (Blood Circulation) को सुधारना
✅उपचार योजना (Ayurvedic Treatment Plan)
✅ आंतरिक औषधियाँ (Internal Medicines)
1 Arogyavardhini Vati 1–0–1 भोजन के बाद (यकृत और पाचन को सुधारती है, अम्लपित्त को कम करती है)
2 Avipattikar Churna 1 टीस्पून भोजन से पहले गुनगुने पानी के साथ (एसिडिटी, जलन, रिफ्लक्स में उपयोगी)
3 Sutshekhar Ras (with gold) 1 टैबलेट सुबह–शाम भोजन के बाद (अम्लपित्त व हाइटस हर्निया में श्रेष्ठ)
4 Hingwashtak Churna आधा टीस्पून भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ (गैस, डकार और पेट फूलने में लाभकारी)
5Ashwagandha Capsule 500 mg रात को दूध के साथ रक्त प्रवाह सुधारता है, Raynaud’s में सहायक
✅ बाह्य उपाय (External & Supportive Therapies)
1. Abhyanga (तेल मालिश) – प्रतिदिन Ksheerabala Taila या Mahanarayana Taila से हल्की मालिश करें। इससे रक्त प्रवाह सुधरेगा और Raynaud’s के लक्षण कम होंगे।
2. Swedana (हल्का स्टीम) – हाथ-पैर पर हल्की भाप दें, ठंडे वातावरण से बचें।
3. Warm Compress – भोजन के बाद पेट पर हल्की गर्म सेंक करें — यह गैस और ब्लोटिंग कम करता है।
✅आहार एवं दिनचर्या (Diet & Lifestyle)
✅ अनुसरण करने योग्य (To Follow)
हल्का, गर्म, और ताजा बना भोजन लें।
भोजन में शामिल करें: लौकी, तुरई, मूंग दाल, अदरक, जीरा, धनिया, हल्दी।
गुनगुना पानी या जीरा-धनिया उबला पानी पिएँ।
ठंडी चीजें, बर्फ, ठंडे पेय पदार्थ, और देर रात खाना बिल्कुल न लें।
भोजन के बाद 10–15 मिनट शांत चलना (वज्रासन या धीमी वॉक) करें।
❌ परहेज (To Avoid
अधिक मिर्च, तला हुआ, भारी भोजन
कॉफी, चाय, कोल्ड ड्रिंक
तनाव, देर रात तक जागना, लंबे समय तक खाली पेट रहना
ठंडे वातावरण और पानी से संपर्क
✅ योग एवं प्राणायाम (Yoga & Breathing)
Pranayama: Anulom Vilom, Bhramari, Ujjayi — दिन में 10 मिनट
Yoga: Vajrasana (भोजन के बाद), Pawanmuktasana, Setubandhasana, Bhujangasana
सर्द मौसम में गर्म कपड़े पहनें और मानसिक तनाव को कम करें — यह Raynaud’s में विशेष सहायक रहेगा।
नियमित आयुर्वेदिक औषधियाँ, उचित आहार और योग अभ्यास से यह स्थिति काफी हद तक नियंत्रित हो सकती है।
आप धीरे-धीरे अपनी Nexpro दवा पर निर्भरता भी कम कर पाएँगी (वैद्यकीय देखरेख में)।
आपके स्वास्थ्य और संतुलन की शुभकामनाएँ।
सादर,
डॉ. स्नेहल विधाते