पोषण की कमी और अत्यधिक तनाव आपकी मौजूदा स्थिति के मुख्य कारण हो सकते हैं, जिनसे बालों और ऊर्जा दोनों पर असर पड़ रहा है। सबसे पहले, आहार में संतुलन लाइए। आपके लिए दूध, फल, सब्जियाँ और सूखे मेवे जैसे बादाम, अखरोट का सेवन करना आवश्यक है और ये आपके पोषण में कमी पूरी कर सकते हैं। दूध में शहद मिलाकर सुबह-सुबह सेवन करें।
किडनी की समस्या के कारण प्रोटीन का सेवन सीमित करना हो सकता है, लेकिन अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर प्रति दिन कुछ मात्रा में दालें और अंकुरित अनाज लें। साबुत अनाज जैसे रागी और बाजरा खाना भी फायदेमंद होगा।
तनाव और चिड़चिड़ापन को कम करने के लिए प्रतिदिन योग और प्राणायाम को अपनाएँ। भ्रामरी प्राणायाम और अनुलोम-विलोम करने से मानसिक शांति मिल सकती है। योग निद्रा भी दिन में 15 मिनट तक करने से विश्राम मिलेगा और ऊर्जा स्तर बढ़ने लगेगा।
कब्ज और गैस की समस्या को कम करने के लिए सौंफ और अजवाइन रात को भिगोकर सुबह उसका पानी पियें। त्रिफला चूर्ण का सेवन रात को सोने से पहले गुनगुने पानी के साथ करें।
मोबाइल और कंप्यूटर पर लंबे समय तक काम करने से बचें। अगर काम करना ही पड़े, तो हर 30 मिनिट बाद पांच मिनिट का ब्रेक लें और आँखे बंद करके थोड़ा रिलैक्स करें। कोशिश करें कि स्क्रीन टाइम को कम से कम करें।
यदि लक्षण गंभीर हो रहे हैं, या उचित आहार और जीवनशैली परिवर्तन से कोई सुधार नहीं होता है, तो कृपया अपने परिचित आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें और अन्य सुझाये गए स्वास्थ्य विथानों को अपनाएं।
आपके द्वारा बताए गए लक्षण पोषण की कमी, अत्यधिक तनाव, और ऊर्जा की कमी के संकेत हो सकते हैं। आयुर्वेद के दृष्टिकोण से, ये समस्याएं अक्सर वात दोष के बढ़ने और अग्नि के कमजोर होने के परिणामस्वरूप होती हैं। सबसे पहले, अपने आहार में पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें जैसे घी, नट्स, बीज, और ताजे फल एवं सब्जियाँ। आहार में इनमें से कुछ तत्वों को जोड़ें, जैसे कि भुना जीरा और सौंफ — ये पाचन को बेहतर बनाएंगे।
दिन में 20-30 मिनट तक योग और प्राणायाम का अभ्यास करें। ये शारीरिक और मानसिक थकावट को कम करने में लाभकारी होंगे। विशेष रूप से अन्नमयप्राणायाम, यानी धीमी और गहरी सांस का अभ्यास करें। यह आपको मानसिक शांति और उत्तेजना में मदद करेगा।
अपने काम के दौरान इंटरवल लेना न भूलें, विशेष कर कंप्यूटर और मोबाइल के सामने लम्बे समय तक बैठने पर। ऐसा करने से आँखों और मानसिक तनाव को कम किया जा सकेगा।
कब्ज और गैस की समस्या के लिए, रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म पानी में त्रिफला चूर्ण (1 चम्मच) लें। जब आपको कब्ज का अनुभव हो, यह काफी लाभदायक होगा।
हालांकि, यदि आपकी चिंताएं बढ़ रही हैं या कोई भी स्थिति गंभीर होती दिख रही है, तो जल्द से जल्द चिकित्सकीय परामर्श लें। किडनी की पथरी के ऑपरेशन के बाद जीवनशैली और आहार में स्थिरता बनाये रखना आवश्यक है। नियमित आयुर्वेदिक चिकित्सक से आपकी विशेष परिस्थितियों के अनुसार सलाह लेना भी महत्वपूर्ण है।


