वसीम, थाइरोइड की समस्याएं और उससे जुड़ी परेशानियां काफी तकलीफदेह हो सकती हैं, लेकिन सही आयुर्वेदिक देखभाल से इन्हें काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है। सबसे पहले, मैंने देखा कि आपकी TSH लेवल 8.60 है, जो कि थोड़ी बढ़ी हुई है, इसे ध्यान में रखते हुए कुछ सुझाव दूंगा।
थाइरोइड की समस्या को कफ-वात दोष के असंतुलन से जोड़ा जाता है। ध्यान देने वाली बात है कि आपकी थकान और शरीर में दर्द अनुभूति भी इसी असंतुलन से संबन्धित हो सकती है। सबसे पहले, यह बहुत जरूरी है कि आप अपने आहार में संतुलन बनाएं। आहार में गर्म और पाचक चीज़ें शामिल करें, जैसे अदरक, हल्दी और दालचीनी। ये आपके अग्नि (पाचन शक्ति) को मजबूत करने में मदद कर सकती हैं।
अपने आहार में ताज़े फल और हरी सब्जियों का प्रयोग बढ़ाएं, खासकर वे जो जड़ में उगते हैं जैसे गाजर, आलू। साथ ही, दूध में हल्दी मिलाकर रात को सेवन कर सकते हैं। ध्यान दें कि आपको थकान हो रही है तो अपने आराम और नींद का पूरा ध्यान रखें। तनाव दूर रखने के लिए ध्यान और प्राणायाम का नियमित अभ्यास फायदेमंदी रहेगा।
अर्थव्याध की स्थिति में, कपूर और सरसों के तेल से मालिश करें, ये जोड़ों में संचार बढ़ाने में सहायक होते हैं। लेकिन याद रहे इसमें बहुत अधिक दबाव न डालें। इसके अलावा, अश्वगंधा और शतावरी जैसे आयुर्वेदिक द्रव्य के नियमित सेवन से आपकी ऊर्जा स्तर बढ़ सकती है।
फिर भी, जरूरी है कि आप किसी अच्छे आयुर्वेदिक चिकित्सक से व्यक्तिगत परामर्श ले लें। अपने जीवनशैली में छोटे बदलाव से भी बड़े परिणाम पाए जा सकते हैं। अगर समस्या गंभीर होती है, तो एक बार ऐलोपैथिक डॉक्टर से भी सलाह लेना गलत नहीं होगा।



