Managing Allergies and Breathing Issues Post-TB - #42970
नमस्ते डॉक्टर जी, मेरा नाम Roshan है, उम्र 28 वर्ष है। पिछले 3–4 महीनों से मुझे ये समस्याएँ हैं: 1) धूल या ठंड लगने पर नाक बंद, नाक से पानी आना और हल्की खाँसी (एलर्जी जैसा)। 2) थोड़ा भी चलने या सीढ़ी चढ़ने पर साँस भारी हो जाती है / जल्दी फूल जाती है। 3) सिर्फ सीढ़ी चढ़ते समय घुटनों में हल्का दर्द। महत्वपूर्ण मेडिकल इतिहास: मुझे अप्रैल 2022 में “Lymph Node TB (Tubercular Lymphadenitis)” हुआ था। मेरे CT-Scan में यह लिखा था: • Mediastinum में कई necrotic lymph nodes थे • सबसे बड़ी node 23 mm की थी (pre-tracheal region में) • Lungs उस समय साफ थे — no air space opacity • Impression: “Likely Tuberculosis” मैंने पूरा इलाज लिया और TB पूरी तरह ठीक हो गया। एक महत्वपूर्ण बात यह है कि TB के इलाज के दौरान ही मुझे धूल और ठंडी हवा से allergy शुरू हुई थी। उसी समय से नाक बंद, छींक, irritation और हल्की साँस की दिक्कत आने लगी थी। TB ठीक होने के बाद भी यह allergy कभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई — कभी कम होती है, कभी ज्यादा, लेकिन पूरी तरह गायब नहीं होती। अब पिछले कुछ महीनों से यह allergy और साँस की दिक्कत पहले से ज्यादा बढ़ गई है। पिछले 15 दिनों तक मैंने ये एलोपैथिक दवाएँ लीं: • Ocast-M (Montelukast + Levocetirizine) — रात में • Fluticasone nasal spray • Xylometazoline nasal drops आज एक आयुर्वेदिक डॉक्टर ने यह दवाएँ दीं: • Punarnavadi Mandur • Dashmoolarisht • Haridrakhand मैं उनसे अपनी पुरानी एलोपैथिक दवाओं के बारे में बताना भूल गया। मेरे प्रश्न: 1) क्या मैं एलोपैथिक दवाएँ अचानक बंद करके केवल आयुर्वेदिक दवा शुरू कर दूँ? 2) अगर अचानक बंद नहीं करनी चाहिए, तो 2–3 दिन में किस तरह transition किया जाए? 3) Punarnavadi Mandur मेरे केस में किस कारण दी गई है — anemia, weakness या water retention? 4) क्या Dashmoolarisht मेरी post-TB lung weakness और साँस फूलने में लाभ देगा? 5) Haridrakhand मेरी allergy और chronic nasal irritation में कैसे मदद करेगा? 6) आज की मेरी साँस फूलने की समस्या TB के बाद की फेफड़ों की कमजोरी है, या वात/कफ/एलर्जी से संबंधित है? 7) कृपया मुझे एक सुरक्षित और स्पष्ट 7-दिन का आयुर्वेदिक प्लान और diet बताएं। 8) क्या किसी अतिरिक्त टेस्ट जैसे HRCT या PFT की आवश्यकता है? धन्यवाद 🙏 — Roshan
Doctor-recommended remedies for this condition


Doctors' responses
1) एलोपैथिक दवाएँ अचानक बंद नहीं करनी चाहिए। शरीर को नई चिकित्सा प्रणाली के अनुकूल होने का समय देना आवश्यक है। आयुर्वेदिक उपचार की शुरुआत करते समय, आप धीरे-धीरे एलोपैथिक दवाओं की मात्रा को कम करें। इस संक्रमण के लिए अपने चिकित्सक से मार्गदर्शन लें।
2) संक्रमण के लिए, पहले 2-3 दिन तक दोनों दवाएँ लें। फिर धीरे-धीरे एलोपैथिक खुराक को आधा करें। धीरे-धीरे आयुर्वेदिक उपचार को मुख्य चिकित्सात्मक उपचार के रूप में जारी रखें।
3) Punarnavadi Mandur आमतौर पर एनीमिया या जल प्रतिधारण को कम करने हेतु दी जाती है, जो कि रक्त को शुद्ध भी करता है और शक्ति बढ़ाता है।
4) Dashmoolarisht फेफड़ों के संक्रमण, कमजोरी और श्वास की समस्याओं में मदद करता है। यह प्रतिरक्षा सुधारता है और वात व कफ दोषों को संतुलित करता है।
5) Haridrakhand एंटी-एलर्जिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण नाक की एलर्जी और इर्रिटेशन में उपयोगी है। यह हिस्टामाइन रिलीज को रोकता है और इम्यून सिस्टम को संतुलित करता है।
6) आपकी साँस फूलने की समस्या वात और कफ के असंतुलन से प्रेरित हो सकती है, लेकिन यह पूर्व टीबी के संक्रमण से भी संबंधित हो सकती है। दोंनो पहलुओं को ध्यान में रखकर उपचार करें।
7) अगले 7 दिनों के लिए:
* सुबह: गुनगुना पानी पीएं।
* दिन में: त्रिकटु चूर्ण 1/2 चम्मच शहद के साथ लें।
* भोजन: हल्का, सुपाच्य भोजन लें — मुंग की दाल, खिचड़ी, हरी सब्जियाँ।
* परहेज़ करें: ठंडी, कच्ची और भारी तैलीय चीज़ों से बचें।
* रात को: त्रिफला का चूर्ण लें।
8) यदि समस्याएँ गंभीरता से बढ़ती हैं, तो HRCT या PFT कराने में कोई हानि नहीं है। ये टेस्ट विस्तृत स्थिति जानने के लिए मददगार हो सकते हैं। डॉक्टर से सलाह लेकर यह निर्णय अधिक उचित होगा।
सावधानी से आपकी स्थिति का निरीक्षण करें और आवश्यकतानुसार चिकित्सक से संपर्क करते रहें।

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