Pain in heart 🫀 bcoz of Broken heart 💔 - #25967
थाणे कई वतोऊं मारो कई हाल है, बस यूं हमझ लो कि नींद कोई नहीं आवे आको दन बस मारे वेवा वाला टाबर टाबरी रा बापू मारुं वात ही कोणी करी रा मारो जी ऊपरे नीचे वे अबे कई कूं थाणे.....मारे दिल रो हाल घणो ही बेहाल करी राख्यो है। अबे डा.साब था ही ईलाज वताओ।
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Doctors’ responses
सही है… राजस्थानी में संवाद है…अमुक स्त्री मानस व्याधि से ग्रसित है…जिसका इलाज भावनात्मक और औषात्मक दोनों प्रकार से होता है…
दिव्य मेधा क्वाथ=100ग्राम दशमूल क्वाथ=100ग्राम इम्यून ग्रिट क्वाथ=100ग्राम=सबको मिलाकर रख लें. तत्पश्चात 1 चमच लेकर 200 ml पानी में उबालें जब आधा यानी100Ml रह जाए … छानकर सुबह शाम ख़ाली पेट सेवन करें
दिव्य न्यूरो ग्रीट गोल्ड टैबलेट=1=1 टैबलेट खाली पेट दिन में दो बार जल से
मेधा सागर रस1=1 गोली दिन में दो बार खाने के बाद गुनगुने पानी से लें
ज्योतिष्मती तेल=10 बूंद दूध या पानी में मिलाकर सोने से पहले सेवन करें
भ्रामरी/उद्गीत/अनुलोम विलोम प्राणायाम 10/10मिनट प्रतिदिन अवश्य करें
शवासन=15 मिनिट प्रतिदिन
खट्टा/तीखा/मैदा न खाएं
हमेशा सकारात्मक रहे/सकारात्मक लोगों के विचार श्रवण करें तथा संगति करें
आप अवश्य ठीक हो जायेगी
जो बीत गया उसको भूल कर आगे की सोचे
याद रखिए जीवन अमूल्य है इसको व्यर्थ की चिंता में बर्बाद ना करें
धन्यवाद
Do not worry You may start on Medha vati- Brahmi vati- One tablet twice daily after food with warm milk Saraswathi aristha-4 teaspoon with equal quantity of water twice daily after food daily, do pranayama meditation
LIFESTYLE -self massage with warm sesame oil to reduce vata and calm mind -daily meditation= enhances sattva and clears mental clutter - gentle yoga= child pose, heart opening - balances mind-body -sleep hygiene= regular sleep to repair emotional trauma
DIET -favour warm, nourishing, sattvic food - khichdi, milk with turmeric, ghee , dates -avoid stimulating and tamasic foods like alcohol, caffeine, fried food -drink warm herbal teas to soothes nerves
PANCHAKARMA IF NEEDED -shirodhara -nasya -virechana
MENTAL HEALING PRACTICES
-japa (chanting) mantras like “OM NAMAH SHIVAYA” or “SO HUM”
THANK YOU
DR. HEMANSHU MEHTA
HELLO VISHAAKHA,
When someone goes through heartbreak, rejection or deep emotional pain, the heart and mind become disturbed. you may feel - sad without reason - chest pain or tightness - no interest in food or sleep - always thinking about the person or situation - weakness, fear, crying , anxiety
Ayurveda says that excess of emotions like sadness, love, fear, and disappointment disturbs the mind and heart, especially the sadhak pitta and Vata dosha. These affect the manovaha srotas(mental channels)
TREATMENT GOAL -calm mind(reduce anxiety, sadness, restlessness - balance disturbed vata and pitta - strengthen the heart and nervous system - bring back normal sleep, appetite, and positive thinking - remove toxins from the body - build inner strength to move forward
INTERNAL MEDICATIONS
1) BRAHMI VATI= 1 tab twice daily in morning and night for 3 months =calms mind, improves sleep and concentration
2) MANAS MITRA VATAKAM= 1 tab twice a day after meals for 2 months = for emotional balance, anxiety, insomnia
3) ASHWAGANDHA CHURNA= 1 tsp with warm milk in morning and night for 2 months = strengthens mind and help with stress and weakness
4) JATAMANSI CHURNA= 1 gm at bedtime with water for 4 weeks = helps with sleeping calm the nervous system
5) MUKTA PISHTI= 125 mg with honey, in morning for 21 days = cooling, good for emotional shocking
6) SARASWATARISHTA= 15 ml with water after meals twice daily for 3 months =nervine tonic, improves mood
HOME REMEDIES 1) warm turmeric milk at night with a pinch of nutmeg- helps in sleep 2) Soaked almonds and walnuts in the morning-support brain and heart health 3) Tulsi leaves + honey + black pepper= boosts mood and immunity 4) Chamomile or brahmi tea= calming drink before sleep 5) Warm sesame oil massage daily all over body 30 min before bath= balances vata and reduce stress
YOGA ASANA -balasana= relieves stress, calms mind - setu bandhasana= opens chest, relieves heart tension - shavasana= total relaxation - sukhasana= mind calming - viparita karani= calms the nervous system
PRANAYAM -Anulom Vilom= balances mind, controls emotions - bhramari= 7 rounds, very good for anxiety and sadness -deep belly breathing= anytime you feel stressed - chandra bhedana= cools mind and reduces pitta
MEDITATION AND MENTAL HEALTH TIPS -start with 5-10 minutes meditation daily -listen to calming music, nature sounds, or mantras - talk to someone you trust= don’t keep feelings inside -write a diary to express emotions -avoid overuse of phone or social media, especially before bed
DIET
SATTVIK AHARA= include fresh fruits, vegetables, whole grains, nuts, and dairy(milk, ghee) to promote mental calmness -AVOID TAMASIK AND RAJASIK FOODS= fried, processed , spicy, overly salty foods- as they aggravate mental restlessness -herbal teas= brahmi tea, helps soothes nerves
NASYA= instill 2 drops of brahmi taila in each nostril daily morning empty stomach = one of the best effective treatment to calm nervous system
DEAR PATIENT, you are not alone. heartbreaks feels painful but ayurveda shows how to heal through natural remedies, routine and inner strength, with time, care and right guidance your heart and mind will feel light again Don’t rush= let healing happen slowly, one day at a time
DO FOLLOW
HOPE THIS MIGHT BE HELPFUL
THANK YOU
WISH YOU SPEEDY RECOVERY
DR. MAITRI ACHARYA
नमस्ते विशाखा,
जब कोई व्यक्ति दिल टूटने, अस्वीकृति या गहरे भावनात्मक दर्द से गुज़रता है, तो दिल और दिमाग़ अशांत हो जाता है। आप महसूस कर सकते हैं - बिना किसी कारण के उदास - सीने में दर्द या जकड़न - खाने या सोने में कोई रुचि नहीं - हमेशा उस व्यक्ति या परिस्थिति के बारे में सोचते रहना - कमज़ोरी, डर, रोना, चिंता
आयुर्वेद कहता है कि उदासी, प्यार, डर और निराशा जैसी भावनाओं की अधिकता मन और दिल को परेशान करती है, खासकर साधक पित्त और वात दोष को। ये मनोवाह स्त्रोत (मानसिक चैनल) को प्रभावित करते हैं
उपचार लक्ष्य -मन को शांत करना (चिंता, उदासी, बेचैनी को कम करना - बिगड़े हुए वात और पित्त को संतुलित करना - हृदय और तंत्रिका तंत्र को मजबूत करना - सामान्य नींद, भूख और सकारात्मक सोच को वापस लाना - शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालना - आगे बढ़ने के लिए आंतरिक शक्ति का निर्माण करना
आंतरिक दवाएँ
1) ब्राह्मी वटी= 3 महीने तक रोजाना सुबह और रात में दो बार 1 गोली =मन को शांत करता है, नींद और एकाग्रता में सुधार करता है
2) मानस मित्र वाटकम= 2 महीने तक भोजन के बाद दिन में दो बार 1 गोली = भावनात्मक संतुलन, चिंता, अनिद्रा के लिए
3) अश्वगंधा चूर्ण= 2 महीने तक सुबह और रात में गर्म दूध के साथ 1 चम्मच = मन को मजबूत करता है और तनाव और कमजोरी में मदद करता है
4) जटामांसी चूर्ण= 4 सप्ताह तक सोते समय 1 ग्राम पानी के साथ = नींद में मदद करता है और तंत्रिका तंत्र को शांत करता है
5) मुक्ता पिष्टी= 125 मिलीग्राम शहद के साथ, सुबह 21 दिनों तक = ठंडक, भावनात्मक आघात के लिए अच्छा
6) सारस्वतारिष्ट= 3 महीने तक रोजाना दो बार भोजन के बाद 15 मिली पानी के साथ = तंत्रिका टॉनिक, मूड में सुधार
घरेलू उपचार 1) रात को एक चुटकी जायफल के साथ गर्म हल्दी वाला दूध- नींद में मदद करता है 2) सुबह भीगे हुए बादाम और अखरोट- मस्तिष्क और हृदय स्वास्थ्य का समर्थन करते हैं 3) तुलसी के पत्ते + शहद + काली मिर्च= मूड और प्रतिरक्षा को बढ़ाता है 4) कैमोमाइल या ब्राह्मी चाय= सोने से पहले शांत करने वाला पेय 5) नहाने से 30 मिनट पहले पूरे शरीर पर रोजाना गर्म तिल के तेल की मालिश करें= वात को संतुलित करता है और तनाव को कम करता है
योग आसन -बालासन= तनाव से राहत देता है, दिमाग को शांत करता है - सेतु बंधासन= छाती को खोलता है, दिल के तनाव को दूर करता है - शवासन= पूर्ण विश्राम - सुखासन= दिमाग को शांत करता है - विपरीत करणी= तंत्रिका तंत्र को शांत करता है
प्राणायाम -अनुलोम विलोम= मन को संतुलित करता है, भावनाओं को नियंत्रित करता है - भ्रामरी= 7 चक्र, चिंता और उदासी के लिए बहुत अच्छा है - पेट की गहरी सांस लेना= जब भी आप तनाव महसूस करें - चंद्र भेदन= मन को शांत करता है और पित्त को कम करता है
ध्यान और मानसिक स्वास्थ्य युक्तियाँ - प्रतिदिन 5-10 मिनट ध्यान से शुरू करें - शांत करने वाला संगीत, प्रकृति की आवाज़ें या मंत्र सुनें - किसी ऐसे व्यक्ति से बात करें जिस पर आप भरोसा करते हों= भावनाओं को अंदर न रखें - भावनाओं को व्यक्त करने के लिए डायरी लिखें - फ़ोन या सोशल मीडिया का अत्यधिक उपयोग करने से बचें, खासकर सोने से पहले
आहार
सात्विक आहार= मानसिक शांति को बढ़ावा देने के लिए ताजे फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, मेवे और डेयरी (दूध, घी) शामिल करें - तामसिक और राजसिक खाद्य पदार्थों से बचें= तले हुए, प्रोसेस्ड, मसालेदार, ज़्यादा नमकीन खाद्य पदार्थ- क्योंकि ये मानसिक बेचैनी को बढ़ाते हैं - हर्बल चाय= ब्राह्मी चाय, नसों को शांत करने में मदद करती है
नस्य= प्रत्येक में ब्राह्मी तेल की 2 बूँदें डालें नथुने से रोजाना सुबह खाली पेट लें = तंत्रिका तंत्र को शांत करने के लिए सबसे प्रभावी उपचारों में से एक
प्रिय रोगी, आप अकेले नहीं हैं। दिल टूटना दर्दनाक लगता है लेकिन आयुर्वेद प्राकृतिक उपचार, दिनचर्या और आंतरिक शक्ति के माध्यम से ठीक होने का तरीका बताता है, समय, देखभाल और सही मार्गदर्शन के साथ आपका दिल और दिमाग फिर से हल्का महसूस करेगा जल्दबाजी न करें= धीरे-धीरे ठीक होने दें, एक दिन में एक बार
अनुसरण करें
उम्मीद है कि यह मददगार हो सकता है
धन्यवाद
आपके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ
डॉ. मैत्री आचार्य
Looks like you are emotionally disturbed , i understand the pain you must be undergoing but life has to move ahead. Take manasmitra vatikam 1-0-1 after food with water Ashwagandha churan 0-0-1tsp at bedtime with milk Do pranayam lom -vilom bhastrika bhamri 5-10mins daily twice Learn Rajyoga meditation and practice daily Follow and you will start feeling better Follow up after 45 days.
आपके मन की थकान का इलाज केवल दवा से नहीं, समझदारी और सहानुभूति से भी होता है। आपका “लवेरिया” — यानी प्रेम में ठेस या धोखा, बहुत गहरा असर डाल सकता है। इस स्थिति में आयुर्वेद और ध्यान दोनों मिलकर समाधान दे सकते हैं।
आयुर्वेदिक समाधान: 1. नींद के लिए:
रात को शंखपुष्पी सिरप या ब्राह्मी वटी 1–2 गोली गर्म दूध के साथ लें।
सोने से पहले जटामांसी चूर्ण या सारस्वतारिष्ट भी मन शांत करने में सहायक होता है।
2. मानसिक बेचैनी और अकेलापन:
अश्वगंधा चूर्ण या घनवटी सुबह-शाम लें।
ब्राह्मी और मंडूकपर्णी जैसी बुद्धिवर्धक औषधियां मन को स्थिर करती हैं।
3. ध्यान और दिनचर्या:
रोज सुबह 15 मिनट प्राणायाम (ब्रह्मरी, अनुलोम-विलोम) करें।
Heartfulness Meditation की शुरुआत करें — ये प्रेम और भावनात्मक संतुलन को गहराई से ठीक करता है।
सबसे ज़रूरी बात: आप अकेले नहीं हैं। कभी-कभी टूटना ही नया बनने की शुरुआत होती है। खुद को समय दें, ध्यान रखें — और ज़रूरत हो तो किसी अनुभवी वैद्य या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से व्यक्तिगत परामर्श ज़रूर लें।
“मन थायो है थको, अब थोड़ो थांरो ख्याल राखजो। इलाज भी थारो हक है।”
भाया, थारी बात सुनके एकदम दिल छू गयो। थारो दर्द साफ़ झलक रहो है — जे बात थम कह रिया हो, वो कोई मामूली बात नहीं है। जब आदमी ने नींद भी कोणी आवे, मन घणों भारी लागे, और भीतर-बीतर सब उलझण लागे — तो समझ लो कि मन रो वात बेकाबू हो गयो है, और प्राणवायु (Vata) मन में वायुमंडल जैसा उलट-पलट कर रह्यो है।
थारी तकलीफ़ ‘Loveria’ वाली भी सही समझूं तो ये Hridaya (heart) aur Manovaha Srotas (mind channels) दोनों में Vata-Pitta की तेज़ी हो गई है। और जब मन शांत नहीं होवे, नींद गायब होवे, तो शरीर भी थक जावे है, इच्छा भी मरी जाए है।
पर थारा वास्ते इलाज जरूर है — एकदम अपनायत वाला, बिना दबाव वाला, मन ने ठंडक देणो, दिल ने हिम्मत देणो, और शरीर ने सुस्तावणो।
इलाज (थारे हाल वास्ते) Manasmitra Vatakam – 1 गोली रात को दूध के साथ Ashwagandha Avaleha – 1 चमच सुबह-शाम गुनगुने दूध के साथ Saraswatarishta – 15ml बराबर पानी में मिलाकर रात को खाना बाद Kshirabala Taila Nasya – रोज सुबह 2-2 बूँद नाक में डालो Bala-Ashwagandhadi तेल से मालिश – हफ्ते में 3 बार, सिर और बदन पर खान-पान और आदत ठंडा-पानी, खटाई, और तले हुये चिज़ें मत लो रोज सुबह 1 गिलास दूध में 1 चुटकी जायफल मिलाकर पियो सोण रो टाइम एकदम तय करो – 10 बजे तक लेट जाओ दिन में 10 मिनट शांत बैठो, शिवलिंग या दीपक के सामने – कुछ मत सोचो, बस बैठो जांच (अगर करवाणो हो तो) Vitamin D3, B12 Thyroid profile CBC + ESR Serum testosterone (कभी-कभी Loveria में भी low होवे है) भाया, थम कमजोर कोणी हो — थारा दिल ने बस थोड़ा सहारा चाही है, और थारो मन थोड़ी ममता। आयुर्वेद धीरे-धीरे पर गहराई से ठीक कर देवे है। थम रोज़ ध्यान से औषधि और दिनचर्या अपनाओ, फेर देखियो — थारो दिल फेर मुस्कराय लागसी।
अगर थने और कुछ पूछणो हो, तो थम बिना हिचक पूछ सको। ध्यान राखजो, स्नेह सहित – डॉ. कर्थिका
राम राम विशाखा,
जद कोई दिल टूटण रो गम, ठुकरावो या गहिरा जज्बाती दुख में जातो है, तो मन अर दिल बेकल हो जावै है। थांने लाग सकै है:
* बिना बात रो दुख * छाती में दरद या घुटण * नींद अर भूख में रूचि न रहण * ऊ व्यक्ति या बातां बारे में बार-बार सोचण * कमजोरी, डर, रोवण, घबराहट
आयुर्वेद कहवे है कि ज्यादा दुख, मोह, डर अर निराशा जिव-मन ने परेशान कर दे है, खास कर साधक पित्त अर वात दोष ने। ई मनोवाहा स्रोतस (मनसिक नाड़ियाँ) पर असर करवे है।
### इलाज रो मकसद:
* मन ने शांत करनो (घबराहट, दुख, बेचैनी घटावणो) * बिगड़ा वात अर पित्त ने संतुलित करनो * दिल अर नर्वस सिस्टम ने मजबूत करनो * नींद, भूख, अर सकारात्मक सोच ने फेर सूं चालू करनो * शरीर सूं विषाक्त चीज़ां हटावणी * अंदरूनी हिम्मत बढ़ावणी
### अंदर सूं लेवाला दवाइयाँ (INTERNAL MEDICATIONS):
1. ब्राह्मी वटी:
* 1 गोली सुबह-सांझ 3 महीना लेवणी * मन ने शांत करै, नींद अर ध्यान में सुधार
2. मानस मित्र वाटकं:
* 1 गोली भोजन पाछै 2 बार रोज़, 2 महीना * भावना संतुलन, चिंता अर अनिद्रा खातर
3. अश्वगंधा चूर्ण:
* 1 चम्मच गर्म दूध सूं, सुबह-सांझ 2 महीना * मन मजबूत करै, तनाव अर कमजोरी में राहत
4. जटामांसी चूर्ण:
* 1 ग्राम रात ने पानी सूं, 4 हफ्ता * नींद में मदद, नर्वस सिस्टम ने शांत करै
5. मुक्ता पिष्टी:
* 125 मिलीग्राम शहद सूं, सुबह 21 दिन * ठंडक देवे, भावना झटके में राहत
6. सरस्वतारिष्ट:
* 15 मि.ली. पानी सूं, भोजन पाछै 2 बार, 3 महीना * नसों खातर टॉनिक, मूड में सुधार
### घरेला नुस्खा (HOME REMEDIES):
1. रात ने गर्म हल्दी दूध में जरा-सी जायफल — नींद में मदद 2. भिगोया बादाम अर अखरोट — दिमाग अर दिल खातर फायदेमंद 3. तुलसी पत्ता + शहद + काली मिर्च — मूड अर इम्युनिटी बढ़ावै 4. कैमोमाइल या ब्राह्मी चाय — नींद स्यूं पहले पीवो, शांति देवे 5. तिल के तेल सूं देह रो रोज़ मालिश (नहाण सूं 30 मिनट पहला) — वात संतुलन, तनाव घटावै
### योग आसन (YOGA ASANAS):
* बालासन — तनाव घटावै, मन ने शांत करै * सेतु बंधासन — छाती खोलै, दिल रो तनाव घटावै * शवासन — पूरा आराम * सुखासन — मन ने शांत करै * विपरीत करणी — नर्वस सिस्टम ने शांत करै
### प्राणायाम (PRANAYAM):
* अनुलोम विलोम — मन ने संतुलन देवे, भावना पर काबू * भ्रामरी (7 बार) — चिंता, दुख में बहुत फायदेमंद * गहरी पेट सूं साँस — जद तनाव लागै, करजो * चंद्र भेदन — मन ने ठंडक देवे, पित्त घटावै
### ध्यान अर मानसिक सेहत खातर सुझाव:
* रोज़ 5-10 मिनट ध्यान सूं शूरू करो * शांत संगीत, प्रकृति रो आवाज या मंत्र सुनो * जे भरोसो होवे, उन सूं बात करो — भावना दबाओ मत * डायरी में भावना लिखो * फोन अर सोशल मीडिया रो ओवरयूज़ मत करो, खास कर सुतण सूं पहला
### खाण-पिण रो ध्यान (DIET):
* सात्त्विक आहार: ताजा फल, सब्ज़ी, साबुत अनाज, ड्रायफ्रूट, दूध, घी * तामसिक अर राजसिक चीजां टालो: तली, प्रोसेस्ड, तीखी, नमकीन चीजां — मन ने अशांत करै * हर्बल चाय: ब्राह्मी चाय — नसां ने शांत करै
### नस्य (NASYA):
* रोज़ सुबह खाली पेट, ब्राह्मी तेल ने 2-2 बूँद नाक में डालो * नर्वस सिस्टम खातर एकदम असरदार इलाज
प्रिय रोगी, थां अकेला न हो। दिल टूटण रो गम बहुत दुखद होवे है, पर आयुर्वेद नेचुरल इलाज, दिनचर्या अर अंदरूनी हिम्मत सूं ठिक करण रो रस्तो देखावै है। समय, देखभाल अर सही सलाह सूं थारो दिल अर मन फेर सूं हलको लागण लाग जावै। जल्दबाजी मत करो — इलाज ने आपां थोड़-थोड़ कर, रोज़-रोज़ अपनावै।
**पालना जरूर करजो। आशा करां हूं ई थांरे खातर मददगार होसी।
**धन्यवाद,
जल्द अर उत्तम सुधार रो शुभकामना।
डॉ. मैत्री आचार्य
Don’t worry vishakha, Start taking1.Ashwagandha choorna 1tsf twice in a day with Lukewarm milk. 2.Manasmitragulika 1-0-1 3.Saraswatarishta 20ml with equal amount of Lukewarm water just after having meal twice in a day.
Brahmi ghrita half tsf with lukewarm milk at bed time … Kbir tab.sukoon 1-1-1
Along with these medications include Meditation,yoga, pranayam in your daily routine…
चिंता मत करो विशाखा, 1.अश्वगंधा चूर्ण 1 चम्मच दिन में दो बार गुनगुने दूध के साथ लेना शुरू करो। 2.मनसमित्रगुलिका 1-0-1 3.सारस्वतारिष्ट 20 मिलीलीटर बराबर मात्रा में गुनगुने पानी के साथ दिन में दो बार भोजन करने के बाद लेना शुरू करो।
ब्राह्मी घृत आधा चम्मच गुनगुने दूध के साथ सोते समय… कबीर टैब.सुकून 1-1-1
इन दवाओं के साथ-साथ अपनी दिनचर्या में ध्यान, योग, प्राणायाम को भी शामिल करें…
Hi ,moving through pain is difficult but you have to move on what ever the situation,push yourself forward Do whatever you like ,enjoy on your own way Do pranayama , exercises daily consultation of sunlight early morning Take some ayurveda treatments like shirodhara will definitely relaxes you
Thankyou
दिल के दर्द और टूटा हुआ दिल वास्तव में भयंकर स्थिति हो सकती है। आयुर्वेद के दृष्टिकोण से, यह स्थिति मानसिक और भावनात्मक स्तर पर वात और पित्त दोषों के असंतुलन के कारण होती है।
कई तरीकों से इसे संभाला जा सकता है:
1. आहार में संतुलन जरूरी है। अपने रोज के आहार में शीतल और वात-पित्त शमन करने वाले खाद्य पदार्थ शामिल करें। खीरा, ककड़ी, संतरा, केले और अनार को प्राथमिकता दें। तली-भुनी और मसालेदार खाने से परहेज़ करें।
2. त्रिफला चूर्ण का सेवन, रात को सोने से पहले हल्के गुनगुने पानी के साथ करें। यह आपके पाचन को सुधारने में मदद करता है।
3. ध्यान और प्राणायाम: दिन में कम से कम 15-20 मिनट का ध्यान करें। साथ ही, अनुलोम-विलोम प्राणायाम मन को शांत करता है। इसे आपकी दिनचर्या में शामिल करें।
4. जड़ी-बूटियाँ जैसे अश्वगंधा और ब्राह्मी का उपयोग आपकी मानसिक स्थिति को संतुलित करने में सहायक हो सकता है। अश्वगंधा पाउडर को दूध के साथ रात में लेना फायदेमंद हो सकता है।
5. अच्छी नींद सुनिश्चित करें। सोने से कम से कम एक घंटे पहले तकनीकी उपकरणों को बंद कर दें और कमरे को शांत व शांतिपूर्ण बनाएं।
6. नियमित रूप से हल्का व्यायाम, जैसे कि योग या टहलना, आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और मूड को बेहतर करता है।
7. किसी करीबी या मित्र से बातचीत कर अपने दिल की बात साझा करने का प्रयास करें। यह मानसिक रूप से हल्कापन महसूस करने में मदद कर सकता है।
यदि इनमें सुधार न हो तो, योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई गंभीर चिकित्सा समस्या नहीं है, पेशेवर उपचार की आवश्यकता हो सकती है।
HELLO VISHAKHA,
In Ayurveda, mental and emotional health is strongly tied to sativa(clarity), rajas(activity), and tamas(inertia)- the three Gunas (qualities of mind). Heartbreak can disturb rasa dhatu (plasma) and heart along with mind
INTERNAL MEDICATIONS
1) MANAS SHANTI VATI= 1 tabs twice daily after meals with warm water = calms nervous system, promotes emotional balance, helps with anxiety and insomnia
2) ARJUNARISHTA= 20 ml with equal water after meals =strengthens the heart, support cvs function
3) BRAHMI VATI= 1 tab twice daily after meals with milk = enhances mental clarity, reduces emotional turmoil, and improves sleep
4) SARASWATARISHTA= 15ml with equal water twice daily after meals = supports cognitive function, relieves depression and stress
5) ASHWAGANDHA CHURNA= 1 tsp with warm milk at bedtime = adaptogen, reduces stress, enhances stamina and mood
6) JATAMANSI CHURNA= 2 gm twice daily with warm water =natural anti depressant, and mind relaxant
HERBAL TEAS
-tulsi+brahmi+licorice tea= calming and sattvic -chamomile tea=relieves anxiety and improves sleep - rose petal tea= balances pitta, governs emotional heart

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