अवसाद, घबराहट और नींद की समस्या से राहत पाने के लिए, सबसे पहले आपके दोष के संतुलन पर ध्यान देना जरूरी है। अक्सर ये परेशानियाँ वात दोष के असंतुलन से जुड़ी होती हैं।
1. आहार में बदलाव करें: समय पर भोजन करना महत्वपूर्ण है। दिन में तीनों बार पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक भोजन करें। ताजे फलों का सेवन और घी, शहद का उचित मात्रा में उपयोग भी फायदेमंद होगा। भूखे पेट अधिक समय ना रहें।
2. हर्बल चाय: अश्वगंधा और ब्राह्मी का सेवन तनाव और घबराहट को कम कर सकता है। एक कप गर्म पानी में इनका पाउडर मिलाकर दिन में एक या दो बार पिएं।
3. अभ्यंगम (मालिश): तिल का तेल या नारियल तेल से पूरे शरीर की हल्की मालिश करें। इससे शरीर की मांसपेशियों को आराम मिलता है और मानसिक तनाव कम होता है।
4. योग और प्राणायाम: रोज 20-30 मिनट नाड़ी शोधन प्राणायाम और श्वास व्यायाम करें। इससे चिंता और तनाव कम होते हैं और मानसिक शांति मिलती है।
5. त्रिपर्णी काढ़ा: एक चम्मच त्रिपर्णी का पाउडर एक कप पानी में उबालकर रात में सोने से पहले पियें। यह शरीर को शांति देता है और नींद को बेहतर बनाता है।
6. नींद की दिनचर्या: सोने का समय निश्चित रखें, और सोने से पहले फोन या कम्प्यूटर से दूर रहें। कंप, धुंधल प्रकाश और शांत वातावरण में सोएं।
अगर ये उपाय शुरू करके भी समस्या बनी रहे, तो कृपया अपने निकटतम आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें। गंभीर स्थितियों के लिए व्यक्तिगत चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है।



