Seeking Treatment for Lung Fibrosis and Related Symptoms - #43453
उम्र:-69, वजन:-35kg, Spo2:-92, Puls:-90 से 130, Bp:-77 से 120, शुगर:-142 से 220, 20 साल से है। अलोपथी दावा ले रहा , अभी 2-3 दिन में चेक करके लेना पड़ता है कम ज्यादा हो रही हैं बीमारी:-5साल से फेफड़ो की बीमारी, Lung Fibrosis, ipf(idiopathic pulmonary fibrosis)या ild(institiain lung disease) Alopathic दवा खारहे है, कोई आराम नही अभी 1 महीने से सुखी खाशी तो कम होगई ले किन स्वाश लेने में बहोत ज्यादा दिकत रही 15-20कदम चलने पर या खाशी आने पर, लेटरिंग से आने के बाद 5मिनिट के लिए 1-2 लीटर oxygen लगानी पड़ती है भूक भी नही लगरहि, दिनभर में 1 से आधी रोटी ही खाते है, खाने की इच्छा नही होती पेट साफ नही हो रहा गैस बन रहि, सरीर में कमजोरी भी आ रही, 2दिन से चक्कर जैसा लग रहा गले मे खराश ओर अटक लग रहा,खभी-खभी पीठ और पैरो के तलवो में जलन होती है ज्यादा तर गर्मी होने से alopathi दावा या आयुर्वेदि दवा से गर्मी होती है कोई उपचार बताए
How long have you been experiencing difficulty in breathing?:
- More than 1 yearWhat triggers your coughing or breathing difficulties?:
- No specific triggersHow would you describe your appetite?:
- Poor, hardly eating anythingDoctor-recommended remedies for this condition


Doctors' responses
फेफड़ों की बीमारी जैसे कि फेफड़ों का फाइब्रोसिस (idiopathic pulmonary fibrosis या interstitial lung disease) के लिए सही उपचार चुनना ज़रूरी है। आपके द्वारा बताये गए लक्षण गंभीर स्थिति दर्शाते है, विशेषतः ऑक्सीजन सैचुरेशन, सांस की तकलीफ और कमजोरी के साथ। आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से, आपकी स्थिति वात और पित्त दोष के असंतुलन से प्रभावित हो सकती है।
आपके मामले में, विशेषत: क्योंकि स्वसन की समस्या गंभीर है, तत्काल आहार और जीवन शैली में ध्यान देने की सलाह दूंगा। सबसे पहले, पौष्टिक, सुपाच्य और वात एवं पित्त शमन करने वाले आहार पर ध्यान दें:
1. खिचड़ी, मूंग दाल का सूप, और रसोइली सब्जियां — ये आसानी से पचते हैं और शरीर में ऊर्जा देते हैं। 2. अदरक-तुलसी का काढ़ा लें; अदरक वात और पित्त को शांत करता है और फेफड़ों की सफाई में मदद करता है। तुलसी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। 3. त्रिकटु चूर्ण (सौंठ, मरीच, पिप्पली) अश्वगंधा के साथ रोजाना सुबह गरम पानी के साथ लें। यह अग्नि को उत्तेजित करता है, जिससे भूख और पाचन सुधर सकता है।
स्वसन संबंधित लक्षणों के लिए, हल्के प्राणायाम, जैसे अनुलोम-विलोम और भ्रामरी, करें। ये आपकी फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने और तनाव को कम करने में मदद कर सकते हैं। ध्यान रहे, इन्हें बहुत ही आहिस्ता और नियंत्रित वातावरण में करें।
आपके चल रहे एलोपैथिक उपचार में कोई बाधा न डालें, बिना डॉक्टर की राय के दवाएं न बंद करें। इन सुझावों को अपनाते समय स्वास्थ्य पेशेवर से सलाह लें। चक्कर और कमजोरी जैसे लक्षण गंभीर हो सकते हैं, इसलिए किसी भी नए लक्षण को नजरअंदाज न करें। तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त करें यदि कोई गंभीरता दिखाई दे तो।

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