Total cholesterol 250 triglycerides 400 - #22143
नाम सुनील कुमार आयु 38 वर्ष गैस की प्रॉब्लेम बहुत ज्यादा है। कब्ज भी रहता है।पेट के ऊपरी भाग में भारीपन और दर्द रहता है। कमजोरी बहुत महसूस होती है blood प्रेशर bhi 120/100 rehta hai हर समय थकान बनी रहती है। शरीर भी बहुत कमजोर हो गया है
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Doctors’ responses
नमस्ते सुनील कुमार जी
• आपके सभी लक्षण पाचन तंत्र के खराब होने, तनाव और उससे संबंधित रक्तचाप में उतार-चढ़ाव के हैं
• इस समस्या के मूल कारण कमजोर अग्नि (पाचन अग्नि) अजीर्ण (अपच) उच्च वात पित्त असंतुलन हैं
• कुछ विशेष खाद्य पदार्थ पाचन के लिए भारी हो सकते हैं जैसे कि दूध उत्पाद (दही पनीर) (ग्लूटेन (गेहूं मैदा) दाल (चना छोले मटर) पानी की कमी तरल पदार्थ का सेवन फाइबर की कमी (सब्जी सलाद) का सेवन गतिहीन जीवन शैली कम शारीरिक गतिविधियाँ तनाव मेटाबोलिक लिवर संबंधी समस्याएँ (फैटी लिवर) अधिक तेलीय, वसायुक्त, चिकना, सूखा, फास्ट फूड, बेकरी आइटम आहार आदि अत्यधिक गैस और तनाव के कारण आपको रक्तचाप में उतार-चढ़ाव होता है
• नोट - इन समस्याओं के लिए केवल दवा लेना पर्याप्त नहीं है
• मेरे क्लिनिकल प्रैक्टिस में मैंने नीचे दिए गए तरीकों के संयोजन से बेहतरीन परिणाम देखे हैं
“आयुर्वेदिक दवाएँ+ अग्नि (वर्तमान पाचन क्षमता) के अनुसार उचित आहार + शारीरिक गतिविधियाँ+ योग + ध्यान ध्यान+ तनाव प्रबंधन+ जीवन शैली में बदलाव”
• 100% परिणामोन्मुखी आयुर्वेदिक उपचार जिसे आपको अवश्य आज़माना चाहिए
• टैब.सूतशेखर रस (बैद्यनाथ फार्मा) 2 - 0- 2 भोजन से पहले • टैब.आरोग्यवर्धिनी रस (बैद्यनाथ फार्मा) 1-0-1 भोजन के बाद • टैब.गैसान्तक वटी (बैद्यनाथ फार्मा) 1 - 0- 1 भोजन के बाद • टैब.अर्जुन 250 मिलीग्राम (हिमालय फार्मा) 1 - 0 - 1 भोजन के बाद • उदरकल्प चूर्ण (पतंजलि फार्मा) 1 चम्मच रात को भोजन के बाद, अधिमानतः 1 गिलास गुनगुने पानी के साथ। • 2 चम्मच शुद्ध गाय का घी प्रतिदिन 30 मिली गुनगुने पानी के साथ शाम को लें • खूब सारा पानी पिएं, तरल पदार्थ और फाइबर का सेवन लगभग 3 लीटर प्रतिदिन करें
• नियमित रूप से लेने के लिए 100% काम करने वाला स्वादिष्ट घर का बना छाछ
1 गिलास ताज़ा छाछ + 3 चुटकी हिंग + ½ चम्मच जीरा पाउडर + ¼ चम्मच अजवाइन पाउडर + 2 चुटकी सेंधा नमक + 6 पुदीना के पत्ते + 6 पंखुड़ियाँ ताज़ा धनिया के पत्ते ---- इसे अच्छी तरह से ब्लेंड करें और रोज़ाना खाली पेट पिएँ
• क्या करें - खूब सारा पानी पिएँ तरल पदार्थ जूस लगभग 3 लीटर प्रतिदिन उच्च फाइबर वाले आहार को प्राथमिकता दें पत्तेदार सब्जियाँ फल सलाद अंकुरित फाइबर छाछ गाय का घी रोज़ाना भिगोया हुआ राल सब्जा के बीज
• क्या न करें - सूखा अत्यधिक अम्लीय मसालेदार नमकीन खट्टा मसाला तला हुआ फास्ट फूड बेकरी मैदा किण्वित संसाधित पैक डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ गतिहीन जीवन शैली तनाव दोपहर की नींद
• शारीरिक गतिविधियाँ - प्रत्येक भोजन के बाद 100 कदम चलना अनिवार्य है टहलना जॉगिंग एरोबिक्स गतिशीलता व्यायाम
• योग - पंवनमुक्तासन वज्रासन मलासन उत्कर्षन सूर्य नमस्कार
• तनाव-विरोधी व्यवस्था - ध्यान ध्यान
सादर
डॉ. अरुण देसाई
ईश्वर आपका भला करे 😊🙏
यदि आपके कोई प्रश्न हैं तो आप मुझसे पूछ सकते हैं। मैं आपकी संतुष्टि के स्तर पर उत्तर दूंगा। आपके पास यहाँ टेक्स्ट विकल्प है।
Tab. Aarogyavardhini 2-0-2 Tab. Shankha vati 2-0-2 before meal Tab. Gandharva haritaki 2 tabs at night before sleep. Avoid bakery product, maida, cold drink, junk food, excessive tea or coffee
Bp 120/100 harwaqt aisa e reading hai ya recently?? Gashara churna- 1/2 tsp with water after food twice daily Chitrakadi vati - 1 tab to be chewed twice daily Ashwagandha capsule- twice daily Triphala churna- 1 tsp with warm water at night Salt restricted diet Do regular walking Pranayama Yogasanas
सुनील जी की जो समस्याएँ आप बता रहे हैं – गैस, कब्ज, पेट के ऊपरी भाग में भारीपन व दर्द, कमजोरी, थकान, और BP ये सभी पाचन तंत्र की कमजोरी,लीवरकी गड़बड़ी हैl
त्रिफला चूर्ण – रात को सोने से पहले 1 चम्मच गुनगुने पानी के साथ।
हींगवाष्टक चूर्ण – भोजन के बाद 1/2 चम्मच गुनगुने पानी से दिन में 2 बार।
अविपत्तिकर चूर्ण – आधा चम्मच दिन में दो बार.
भूनिम्बादी वाटी– 1-2 गोली सुबह-शाम भोजन के बाद।
लिव 52 DS टैबलेट (Himalaya) – दिन में 2 बार।
कुछ घरेलू उपाय: सुबह खाली पेट गुनगुना नींबू पानी + 1 चुटकी सेंधा नमक – पाचन के लिए।
अजवाइन, सौंफ और काला नमक – खाने के बाद चबाएं।
दिन में कम से कम 10-15 मिनट टहलना ज़रूरी है।
हल्का, सुपाच्य खाना – खिचड़ी, मूंग दाल, लौकी,तोरी ही खाएं
Your systolic pressure is normal Diastolic pressure is elevated Initially start salt restricted diet You try Sukumar gritha two spoons with warm milk two times a day after meals Triphala churna half spoon with warm water two times a day after meals Avoid oily spicy cold foods Drink plenty of liquids
Hello
Avoid sugar, oily food, carbonate juices, coffee and tea, processed food, junk food bakery food Restrict the salt for week then check the BP after 3 days and again after 3 days.
1) Amlapitta mishrana 3tsf-3tsf-3tsf with 3tsf water before food 2) triphala choorna 0-0-1/2tsf with glass of hot water at bedtime 3) arjunarista 10ml-0-10ml with 10ml water after food
Any doubt consult me
Thank you
Tablet Liv-52 1-0-1 after food with water Tablet Gasex 1-0-1 after food with warm water hridayamrit vati -DS extra strong 0-0-1 after food with water Tablet Nityam 0-0-1 at bedtime with water
start Avipattikar churna- 3gm before lunch and dinner triphala guggulu- 2 tab twice daily after meals Arjunarista - 40ml with equal water daily once in morning sutsekhar rasa(if possible with gold) 1 tab once in morning with honey Arogyavardhini vati- 1 tab twice daily
abhyanga massage with triphala taila- alternate days if possible go for panchakarma- basti and virechana
avoid spicy stale food curd at night cold items, dairy refined sugar
early morning walk slow yoga- 30 min avoid day sleeping, late night sleep do Pranayam
take chwanprash - 1 tsp daily morning
आपकी परेशानियों को देखकर लगता है कि पाचन तंत्र में कुछ गड़बड़ी हो रही है, जिससे गैस, कब्ज और पेट में भारीपन जैसी समस्याएँ बढ़ रही हैं। आयुर्वेद में इसे वात दोष की वृद्धि के रूप में देखा जा सकता है, जिसकी वजह से आपकी ऊर्जा का स्तर गिर रहा हुआ। इसके लिए कुछ उपाय आपके लिए मददगार साबित हो सकते हैं:
1. आहार में सुधार: अपने आहार में हलके और सुपाच्य भोजन को शामिल करें। दिन में कई बार छोटे हिस्से में भोजन करें, और मसालेदार और तले हुए भोजन से बचें। गर्म पानी पीना भी फायदेमंद हो सकता है।
2. त्रिफला चूर्ण: रात में सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लें। यह आपके कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करेगा।
3. अश्वगंधा और शतावरी: ये जड़ी-बूटियाँ आपकी कमजोरी और थकान को कम करने में मदद कर सकती हैं। इन्हें दूध के साथ लेने से शरीर में ताकत बढ़ सकती है।
4. तेल मालिश: सप्ताह में कम से कम दो बार तिल के तेल से अपनी पूरी शरीर की मालिश करें। इससे वात दोष नियंत्रित होगा और मानसिक और शारीरिक थकान कम होगी।
5. व्यायाम और योग: प्रतिदिन हल्का फुल्का व्यायाम, जैसे कि योग और प्राणायाम करें। इससे आपकी ऊर्जा बढ़ेगी और पेट की समस्याओं से भी राहत मिलेगी।
6. दिनचर्या में नियमितता: एक नियमित दिनचर्या बनाएं और पर्याप्त नींद लें, ताकि शरीर को आराम मिल सके और थकान दूर हो।
इन उपायों के साथ-साथ, यदि आपकी समस्याएं बनी रहती हैं या बढ़ जाती हैं, तो कृपया किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श करें। ब्लड प्रेशर का लगातार 120/100 रहना भी चिंता का विषय हो सकता है, इस पर भी ध्यान देना आवश्यक है। कोई भी उपाय शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

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