IBS ki Dikkat aur Wajan Rukne ki Samasya - #37571
Mujhe IBS ki dikkat h pichhle 4 sal se aur mai pet aur heart ka lagbhag koi janch bacha nahi h jise maine karaya na ho like that ultrasound, xrey, clonoscopy, ant ki naso ki janch,ecg, HIV test, 2deco, routeen test thyroid test cbc lft kft sugar test etc sab janch bilkul normal h aur fir bhiIBS problem ja nahi rahi h aur wajan pichhle 4 sal se ruk sa gya h badh hi nahi raha h
Aapke IBS ke lakshan kitne samay se hain?:
- More than 2 yearsKya aapko kisi khaas khane se IBS ke lakshan badhte hain?:
- Pata nahiAapka digestion kaisa hai?:
- Kharab, hamesha samasyaShop Now in Our Store


Doctors’ responses
नमस्ते, आपके द्वारा बताई गई स्थिति – IBS के साथ वजन का न बढ़ना – यह दर्शाता है कि पाचन तंत्र (Agni) की गड़बड़ी और Vata–Pitta दोषों की असंतुलन मुख्य कारण हैं।
IBS में Agni (पाचन अग्नि) अस्थिर हो जाता है — कभी तीव्र, कभी मंद। इसके कारण
आहार का अपूर्ण पाचन (अजीर्ण) Aam (विषद्रव्य) का निर्माण आंतों की श्लेष्मा परत में सूजन
पोषक तत्वों का अवशोषण कम होना - जिससे वजन नहीं बढ़ता और थकान बनी रहती है।
✅AYURVEDIC TREATMENT PLAN
1️⃣ शमन चिकित्सा (आंतरिक औषधियां)
1. Kutajghan Vati – 2 टैबलेट दिन में दो बार भोजन के बाद गुनगुने पानी के साथ। ( आंतों की सूजन और बार-बार शौच की प्रवृत्ति को नियंत्रित करता है।)
2. Bilwadi Churna – 1/2 चम्मच दिन में दो बार छाछ या गुनगुने पानी के साथ। ( पाचन में सुधार और गैस, दर्द में राहत देता है।)
3. Pippalyasava – 15–20 ml भोजन के बाद बराबर पानी मिलाकर दिन में दो बार। ( भूख और पाचन शक्ति बढ़ाता है, वजन बढ़ाने में सहायक है।)
4. Ashwagandha Churna – 1 चम्मच दूध के साथ रात में सोने से पहले। ( मानसिक तनाव कम करता है, बल और वजन बढ़ाने में उपयोगी है।)
👉 Takra Kalpana (छाछ चिकित्सा) छाछ में थोड़ा सा जीरा और सेंधा नमक डालकर दिन में एक बार दोपहर के भोजन के बाद लें — यह IBS के लिए श्रेष्ठ औषधि है।
✅Diet & Lifestyle Advice
✅ Include-
गुनगुना, हल्का, सुपाच्य और ताजा भोजन करें। मूंग दाल खिचड़ी, घी, चावल, सूप, इलायची दूध, पका केला, पपीता, भुना जीरा, हींग का प्रयोग करें। दिन में 5 छोटे भोजन लें बजाय 2 बड़े भोजन के।
❌ वर्जित आहार:
ठंडे पेय, आइसक्रीम, कच्चा सलाद, बेसन या मैदे के पदार्थ। अत्यधिक तीखा, खट्टा, कॉफी, और चाय का अधिक सेवन न करें। देर रात तक जागना और तनावपूर्ण वातावरण से बचें।
✅ योग व प्राणायाम:
Pavanmuktasana, Vajrasana, Shashankasana, Apanasana Anulom-Vilom और Bhramari Pranayama पाचन को स्थिर करने और मन को शांत करने में मदद करते हैं।
✅ वजन बढ़ाने के लिए विशेष सुझाव
रोजाना 1 गिलास दूध में 1 चम्मच अश्वगंधा और शुद्ध घी मिलाकर लें। नाश्ते में खजूर, अंजीर और भीगे बादाम शामिल करें। रात में गर्म दूध में शहद या मिश्री मिलाकर लेना उपयोगी रहेगा। पर्याप्त नींद (7–8 घंटे) लें और तनाव से दूर रहें।
आयुर्वेदिक उपचार का उद्देश्य होगा — 1️⃣ पाचन शक्ति को स्थिर करना 2️⃣ Aam को निकालना 3️⃣ शरीर को पोषण देना और वजन बढ़ाना
लगातार 6–8 सप्ताह तक यह रेजिमेन अपनाने से IBS नियंत्रित होगा, पाचन सुधरेगा और शरीर में बल–विकास बढ़ेगा।
डॉ. स्नेहल विधाते
कुछ साधारण जीवनशैली और आहार में बदलाव अपनाएँ, और आप अपनी समस्या में सुधार देखेंगे।
✔️ क्या करें (Do’s) ✔️
रोज़ छाछ पिएँ — यह औषधि की तरह काम करेगी। जब भी भूख लगे, कुछ और खाने की बजाय छाछ पिएँ।
ताज़ा बना हुआ खाना खाएँ।
गुनगुना पानी पिएँ।
दोपहर और रात का भोजन निश्चित समय पर करें।
हर भोजन के बाद 100 कदम चलें।
संभव हो तो रात का भोजन शाम 7-8 बजे तक कर लें।
🧘♀️ योगासन: 🧘♀️
1. पवनमुक्तासन
2. भुजंगासन
3. धनुरासन
4. पश्चिमोत्तानासन
5. अर्ध मत्स्येन्द्रासन
6. वज्रासन
7. सुप्त मत्स्येन्द्रासन
🧘♀️ प्राणायाम: 🧘♀️
1. भ्रामरी
2. भस्त्रिका
3. कपालभाति
4. ज्योति त्राटक
5. अनुलोम-विलोम
❌ क्या न करें (Don’ts) ❌
पैक्ड और प्रोसेस्ड फूड न खाएँ।
रेडी टू ईट आइटम्स से बचें।
तला-भुना और मसालेदार भोजन न खाएँ।
खट्टे और किण्वित पदार्थों से बचें।
दालों में केवल मूंग दाल लें।
बेसन का उपयोग न करें।
कच्ची सब्ज़ियाँ और अंकुरित दाने न खाएँ।
दही न खाएँ।
डेयरी उत्पादों का सेवन कम करें।
💊 दवाइयाँ (Medication) 💊
Tab. Liv 52 DS 1 goli khane se pehle din mein 2 baar Tab. Kutaj Parpati Vati 1 goli khanse pehle din mein 2 baar Tab.Arogyavardhini Vati 2 goli khane se pehle din mein 2 baar Syp. Kutajarishta 2 chamach khane se pehle din mein 2 baar
Tab. Bolbaddha Ras 1 goli khane ke baad din mein 2 baar

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